उम्र 11 से 21 वर्ष के विद्यार्थियों को मिलेगा शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य की पारंपरिक विधाओं का प्रशिक्षण
अल्मोड़ा: उत्तराखण्ड के कला प्रेमी युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत महाविद्यालय, अल्मोड़ा में शास्त्रीय संगीत, नृत्य एवं वाद्य यंत्रों की शिक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह संस्थान देहरादून और पौड़ी सहित अल्मोड़ा में भी अपनी शाखाओं के माध्यम से उच्च गुणवत्ता की सांस्कृतिक शिक्षा प्रदान करता है।
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कला के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण
इस प्रतिष्ठित संस्थान में निम्नलिखित विधाओं की शिक्षा दी जाती है:
- गायन (वोकल क्लासिकल म्यूजिक)
- कथक नृत्य
- सितार वादन
- तबला वादन
- लोक नृत्य
- भरतनाट्यम
विद्यार्थियों को पारंपरिक गुरु-शिष्य परंपरा के माध्यम से सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता है।
शुल्क संरचना (Fees Structure)
संगीत महाविद्यालय में किफायती दरों पर शिक्षा उपलब्ध है:
- प्रवेशिका से मध्यमा स्तर तक: ₹40 प्रति माह
- विशारद प्रथम वर्ष: ₹50 प्रति माह
- विशारद द्वितीय वर्ष: ₹60 प्रति माह
यह शुल्क संरचना उन विद्यार्थियों के लिए बेहद सुविधाजनक है जो कम खर्च में गुणवत्ता युक्त कला शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
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पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया
- आयु सीमा: 11 से 21 वर्ष तक के छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं।
- जो भी विद्यार्थी संगीत, नृत्य या वादन में रुचि रखते हैं, वे इस पाठ्यक्रम के लिए पात्र हैं।
- आवेदन फॉर्म हर वर्ष जनवरी माह में वितरित किए जाते हैं।
इस महाविद्यालय का संचालन संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग, उत्तराखण्ड सरकार के अधीन किया जाता है, तथा सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा इसकी जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाती है।
कला प्रेमियों के लिए स्वर्णिम अवसर
उत्तराखण्ड के युवाओं को अपनी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत बनाए रखने का यह एक सुंदर मंच प्रदान करता है। यदि आप शास्त्रीय संगीत या नृत्य में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, तो यह अवसर न गंवाएं।